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संजय मित्तल का दर्द भरा भजन [ एक आस तुम्हारी है ] Sanjay Mittal Beautiful Bhajan ~ Saawariya
एक आस तुम्हारी है
एक आस तुम्हारी है (A hope is yours) – यह एक भक्ति भजन है जो की श्री संजय मित्तल ने बड़ी भक्ति के साथ गाया है | वैसे भी श्री संजय मित्तल को कौन नहीं जानता, वे जब गातें हैं तो आँखों में आसूं तक ला देते है और इस गाने में मेरे तो आँखों में आंसू आ गए | इस गाने को उन्होंने बड़े भक्ति के साथ और बड़े निराले अंदाज़ में गाया है | इस गाने को सुनने में साहस खुद ही आ जाता है और मेरा मानना है की इन्सान जितना भी दुखी क्यों न हो वह इस गाने को सुनकर जोश से भर जायेगा |
एक आस तुम्हारी है (A hope is yours) – राजस्थान के सीकर जिला में स्थित, खाटू श्याम बाबा का यह मंदिर बहुत ही प्रसिद्ध है, लोग दूर-दूर से इस मंदिर की ओर खींचे चले आ रहे हैं, लोगों का आस्था खाटू नरेश की और बढ़ता ही चला जा रहा है, इनके भक्तों का यह कहना हैं कि बाबा से जो मांगो वह मिलता है | बाबा किसी को निराश नहीं करते | यहां हर मन्नते पूरी होती है, इसी वजह से यहां लोगों का हुजूम भी बढ़ता ही जा रहा है |
एक आस तुम्हारी है
जगत के रंग क्या देखूं – जया किशोरी को सुने

एक आस तुम्हारी है
एक आस तुम्हारी है (A hope is yours) – खाटू नरेश की मान्यता पिछले 10 सालों में कई गुना बढ़ी है और कोई भी उनके भजन-किर्तन में सम्मिलित होता है तो वह बड़े श्रद्धा और भक्ति के साथ अपना योगदान देता है | कई-कई बड़े-बड़े सिंगर खाटू जी के भजन में हिस्सा लेने लगे हैं और उनकी लोकप्रियता की कोई सीमा नहीं है |
एक आस तुम्हारी है (A hope is yours) – काफी अच्छा भक्ति संगीत हमें सुनने को मिलता है और हमारा मन और दिमाग ईश्वर की ओर चला जाता है और खाली समय में जब कोई काम नहीं होता तो खाटू नरेश का भजन सुनकर इतना आनंद प्राप्ति होता है कि भक्तों के लिए इसका जिक्र करना मुश्किल है | कई-कई लोग तो हर साल बाबा के दर्शन करने के बाबा के इस मंदिर में पहुंचते हैं |
एक आस तुम्हारी है (A hope is yours) – बकायदा निशान उठाते हैं और मंदिर तक पैदल चलते हुए जाते हैं | उनका भरोसा बाबा कभी नहीं तोड़ते इसलिए वे सब आज काफी लोकप्रिय है, और सबसे बड़ी बात जो भी नया भक्त बाबा के दरबार में एक बार हाजिरा लगता है, वह कभी बाबा से अलग नहीं हो सकता | आप सब खाटू नरेश का यह भजन सुने और आनंद ले, पूजा पाठ करते समय या कीर्तन में इस भजन को भी सम्मलित करें:
एक आस तुम्हारी है
एक आस तुम्हारी है, विश्वास तुम्हारा है
अब तेरे सिवा बाबा, कहो कौन हमारा है,
एक आस तुम्हारी है, विश्वास तुम्हारा है,
अब तेरे सिवा बाबा, कहो कौन हमारा है,
एक आस तुम्हारी है…
फूलों में महक तुमसे, तारो में चमक तुमसे,
फूलों में महक तुमसे, तारो में चमक तुमसे,
मेरे बाबा.. इतना बता दो कहाँ तुम नहीं हो
ये सबको पता है की तुम हर कहीं हो
अगर तुम न होते तो दुनिया न होती…
अँधेरा मिटाती है तेरी ही ज्योति,
फूलों में महक तुमसे, तारो में चमक तुमसे,
फूलों में महक तुमसे, तारो में चमक तुमसे,
बर्फो में शीतलता, अग्नि में धधक तुमसे,
बर्फो में शीतलता, अग्नि में धधक तुमसे,
अग्नि में धधक तुमसे…
जिस ओर नज़र डालूूं तेरा ही नज़ारा है,
जिस ओर नज़र डालूूं तेरा ही नज़ारा है,
अब तेरे सिवा बाबा, कहो कौन हमारा है,
एक आस तुम्हारी है, विश्वास तुम्हारा है…
मझधार में नैया है, मजबूर खेवैया है,
कनहैया, विश्वास मेरा ये टूटे न प्यारे
तुम्ही को लगानी है नैया किनारे,
चले आओ ढूँढो न कोई दूजा बहाना,
सोचो जरा है ये रिश्ता पुराना,
मझधार में नैया है, मजबूर खवैया है
नैया का खवैया तो अब तू ही कनहैया है,
अब तू ही कनहैया है….
भव पर लगा बाबा, मझधार किनारा है,
भव पर लगा बाबा, मझधार किनारा है,
अब तेरे सिवा बाबा, कहो कौन हमारा है,
एक आस तुम्हारी है, विश्वास तुम्हारा है…
इस तन में रमें हो तुम, इस मन में रमें हो तुम,
इस तन में रमें हो तुम, इस मन में रमें हो तुम,
ऐ मेरे बाबा… तुझसे जुडी है मेरी हर कहानी,
तुम्ही दे रहे हो मूझे दाना पानी
ये एहसान मे तेरे कैसे चुकाऊ
दिया है जो तूने मैैं न भूल पाऊ
इस तन में रमें हो तुम, इस मन में रमें हो तुम,
इस तन में रमें हो तुम, इस मन में रमें हो तुम,
मैं तुम को कहाँ ढुंढु, इस दिल में बसे हो तुम,
इस दिल में बसे हो तुम…
घनश्याम दरश दे दो, कोई न हमारा है,
अब तेरे सिवा बाबा, कहो कौन हमारा है,
एक आस तुम्हारी है, विश्वास तुम्हारा है,